जनेऊ के अनधिकारी एवम् जनेऊ के अधिकारी
जनेऊ के अनधिकारी वर्णसंकरों --
(१)ब्राह्मण+शूद्रा का पुत्र
(२)क्षत्रिय+शूद्रा का पुत्र
(३)क्षत्रिय+ब्राह्मणी का पुत्र
(४)वैश्य+शूद्रा का पुत्र
(५)वैश्य+ब्राह्मणी का पुत्र
(६)वैश्य +क्षत्राणी का पुत्र
इनके पुत्र द्वारा कृत उत्तरक्रिया-पिंडदान पितृतर्पण -- पितर (पितृ) ग्रहण नहीं करतें ..
प्रतिलोमस्तुधर्महिनाः ||गौतम|| प्रतिलोमजास्ते_शूद्रधर्माणो_नैषामुपनयनमस्ति ||कुल्लुक भा०||
जनेऊ के अधिकारीयों (अनेकों पैढ़ी से जिनकी अविच्छिन्न परम्परा हो)
विशुद्धवर्ण(१) (१)विशुद्ध-ब्राह्मण+विशुद्ध-ब्राह्मणी का पुत्र (२)विशुद्ध-क्षत्रिय+विशुद्ध-क्षत्राणी का पुत्र (३)विशुद्ध-वैश्य+विशुद्ध-वैश्यस्त्री का पुत्र
अनुलोमजाति(२) (४)विशुद्ध-ब्राह्मण+विशुद्ध-क्षत्राणी का पुत्र (५)विशुद्ध-ब्राह्मण+विशुद्ध-वैश्यस्त्री का पुत्र (६)विशुद्ध-क्षत्रिय+विशुद्ध-वैश्यस्त्री का पुत्र
सजातिजानन्तरजाः_षट्_सुता_द्विजधर्मिणः ||भृगुप्रोक्त शा०१०/४१||
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Thank You for read || jay maa samudri ||